अनसुलझे किस्से
ज्ञान की पराकाष्ठा,
विज्ञान पुष्टि करती है,
मगर तथाकथित धर्म,
मन की कल्पनाओं के सहारे,
विज्ञान को मात देना चाहता है !!
राजनीति भी गणित की संख्याओं का ही खेल है
जो अनवरत चलते आ रहा है .।।
.
जहां तक मानवीय मूल्यांकन का सवाल है,
वह धर्म के कारण नहीं,
तथाकथित धर्म को आधार बनाकर,
जो समूह समाज पर थोपा गया
ये जनता के अंदर हीन-भावना, स्थापित करना,
किसी दैवीय प्रभाव से नहीं, उस क्षेत्र की महत्वाकांक्षा के कारण है,,
.
धर्म के नाम पर, जितने भी स्थल हैं,
उन सबको मालूम है,
धर्म में नहीं है कुछ भी,
अधिकतर गद्दी के लोगों ने,
सरकार में हिस्सेदारी तय कर ली है .।।
.
धार्मिक क्षेत्र के काम थे,
कुएं, पानी, तालाब, बावड़ी, स्कूल, महाविद्यालय
जड़ी बूटी, मनोबल क्षीणता, जज्बात पैदा करना
व्यसन आदि को युवा पीढी को बचाना,
.
धर्म की कैसे उत्पति ???
धरती कैसे अस्तित्व आई .
धर्म का आगाज कैसे हुआ,
राजनीति का जनक कौन है.
.
ये है अपूर्ण किस्से :-
अण्डा और मुर्गी की पहेली,
की सुलह विज्ञान ने साबित करके बताया,
धर्म और राजनीतिक किस्से :- अनसुलझी पहेली है, और रहेगी .।।।।।
.
सब भाईयां नै राम राम