— अनमोल लम्हे —
तुम से मिलना,
बातें करना,
साथ में वक्त बिताना
कुछ सुन लेना
कुछ सुना जाना
बस वक्त के साथ
खुद को सजाना
शाम को आने का
इंतजार रहना
समय की मिली
इजाजत तो
कभी संग बैठ कर
खाना और गुनगुनाना
बड़ा अच्छा लगता है
तेरा कुछ घंटों के लिए
दूर हो जाना
फिर कान में
मोबाइल से बातें
कर लेना
बड़ा अच्छा लगता है
सफर में चलना
और तेरी याद में रहना
यादों की परत
को एक एक कर
खोलना और
मन ही मन मुस्कुराना
सच बड़ा अच्छा लगता है
अजीत कुमार तलवार
मेरठ