Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Aug 2022 · 1 min read

अनमोल राखियाँ

नीली राखियाँ, पीली राखियाँ
भावनाओं से भीगी, गीली राखियाँ
बरसों की यादों से, सीली राखियाँ
रिश्तों को करती रोशन, जैसे हो माचिस की तीली राखियाँ

दूरियों को नज़दीकियों में बदलती राखियाँ
बिना चले ही मीलों चलती राखियाँ
जिनकी होती किस्मत उनको मिलती राखियाँ
कभी लड़ते कभी रूठते , प्यारे रिश्तों को संभालती राखियाँ

इधर राखियाँ उधर राखियाँ
सभी गलियों में रौशन, सजी राखियाँ
भाईयों की कलाई पर, बँधी राखियाँ
बहनों की हथेली पर, मेहंदी बन रची राखियाँ

हाथों से दिल तक जाती राखियाँ
सारे मनमुटावों को भुलाती राखियाँ
रिश्तों का एहसास दिलाती राखियाँ
कभी हँसाती तो कभी, रुलाती राखियाँ
कभी भीगी पलकों, सुलाती राखियाँ

सच कमाल है, ये राखियाँ
दुनियाँ में एक मिसाल है, ये राखियाँ
रिश्तों का गुलाल है, ये राखियाँ
मीठी नोंकझोंक की, ताल है ये राखियाँ

रिश्तों की पतंग बन, डोलती राखियाँ
बिन बोले ही कितना कुछ, बोलती राखियाँ
भाई बहन के दिलों को, टटोलती राखियाँ
अपनेपन का राज़, खोलती राखियाँ

दुनियां में हर चीज़ का, मोल होता है मगर,
बिक कर भी अनमोल, हो जाती हैं राखियाँ
-Karuna verma (kushi)

Language: Hindi
Tag: Poetry
2 Likes · 333 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
रात अज़ब जो स्वप्न था देखा।।
रात अज़ब जो स्वप्न था देखा।।
पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप"
सूनी बगिया हुई विरान ?
सूनी बगिया हुई विरान ?
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
एक कवि की कविता ही पूजा, यहाँ अपने देव को पाया
एक कवि की कविता ही पूजा, यहाँ अपने देव को पाया
Dr.Pratibha Prakash
■ सार संक्षेप...
■ सार संक्षेप...
*प्रणय प्रभात*
*राम तुम्हारे शुभागमन से, चारों ओर वसंत है (गीत)*
*राम तुम्हारे शुभागमन से, चारों ओर वसंत है (गीत)*
Ravi Prakash
कैसे भूल जाएं...
कैसे भूल जाएं...
इंजी. संजय श्रीवास्तव
सिर्फ तुम्हारे खातिर
सिर्फ तुम्हारे खातिर
gurudeenverma198
-- मुंह पर टीका करना --
-- मुंह पर टीका करना --
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
सलाह .... लघुकथा
सलाह .... लघुकथा
sushil sarna
खोने के लिए कुछ ख़ास नहीं
खोने के लिए कुछ ख़ास नहीं
The_dk_poetry
नेताजी (कविता)
नेताजी (कविता)
Artist Sudhir Singh (सुधीरा)
बूढ़ी मां
बूढ़ी मां
Sûrëkhâ
रुके ज़माना अगर यहां तो सच छुपना होगा।
रुके ज़माना अगर यहां तो सच छुपना होगा।
Phool gufran
साथ
साथ
Dr fauzia Naseem shad
'हक़' और हाकिम
'हक़' और हाकिम
आनन्द मिश्र
शेखर सिंह
शेखर सिंह
शेखर सिंह
एक कतरा प्यार
एक कतरा प्यार
Srishty Bansal
*भारत नेपाल सम्बन्ध*
*भारत नेपाल सम्बन्ध*
Dushyant Kumar
रमेशराज की कहमुकरी संरचना में 10 ग़ज़लें
रमेशराज की कहमुकरी संरचना में 10 ग़ज़लें
कवि रमेशराज
राम काव्य मन्दिर बना,
राम काव्य मन्दिर बना,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
हिंदी का आनंद लीजिए __
हिंदी का आनंद लीजिए __
Manu Vashistha
घर आये हुये मेहमान का अनादर कभी ना करना.......
घर आये हुये मेहमान का अनादर कभी ना करना.......
shabina. Naaz
माँ जन्मदात्री , तो पिता पालन हर है
माँ जन्मदात्री , तो पिता पालन हर है
Neeraj Mishra " नीर "
सच्चाई ~
सच्चाई ~
दिनेश एल० "जैहिंद"
अपने ही  में उलझती जा रही हूँ,
अपने ही में उलझती जा रही हूँ,
Davina Amar Thakral
तेरा-मेरा साथ, जीवनभर का ...
तेरा-मेरा साथ, जीवनभर का ...
Sunil Suman
दिल के रिश्ते
दिल के रिश्ते
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
मेहनत
मेहनत
Dr. Pradeep Kumar Sharma
"साकी"
Dr. Kishan tandon kranti
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
Loading...