” अनमोल धरोहर बेटी “
भारत मां की बेटी का
चरित्र पाक एवं विरला है
दो घरों को जन्नत बनाती
निज स्वभाव निराला है,
बेटी जीतकर मैडल लाती
आसमान में जहाज उड़ाती
शिक्षक बन यह बच्चे पढ़ाती
निज अंदाज निराला है,
बेटों से बढ़कर नाम कमाती
कंधे से यह कंधा मिलाती
वैज्ञानिक, इंजीनियर बन जाती
निज मिजाज शर्मिला है,
फौजी बन यह सरहद पर जाती
भारत मां की शान बढ़ाती
गोली से अरि मार गिराती
निज जज्बा गर्विला है,
आंचल में अपने बच्चे खिलाती
ममता की छांव में सहलाती
कुनबे में प्रेम की गंगा बहाती
निज कंठ सुरीला है।