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17 Feb 2023 · 1 min read

अधूरी हसरत

**** अधूरी हसरत ****
*******************

मन की अधूरी हसरत है,
जारी हमारी कसरत है|

होती रहीं खुल कर बातें,
दिल मे समाई नफरत है|

मुखरित सदा हो मधु बातें,
लब पर लगाया शरबत है|

जोली भरी उन्मादों से,
कर में बहुत ही बरकत है|

लीला खुदा की ना जानें,
सूखे पड़े सारे दरख़्त हैं|

करवट बदलते बेचैनी से,
पूरी न हो पाई कुरबत है|

कैसी सजा यह मनसीरत,
तन में नहीं अब हरकत है|
*********************
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)

Language: Hindi
145 Views
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