अधूरी तमन्नाएं
अधूरी तमन्नाओं को लेकर अपनी ,
हम रुखसत होते हैं जहाँ से .
अब कोई तुम्हें मुहोबत केलिए मजबूर ना करेगा
जाओ ! तुम्हें आज़ाद कर देते हैं अपनी पनाह से.
अधूरी तमन्नाओं को लेकर अपनी ,
हम रुखसत होते हैं जहाँ से .
अब कोई तुम्हें मुहोबत केलिए मजबूर ना करेगा
जाओ ! तुम्हें आज़ाद कर देते हैं अपनी पनाह से.