अधूरी कहानी
मैंने उस दिन अपनी कहानी पूरी लिख दी होती ।अगर तुम इस कदर रूठ कर नहीं गयी होती ।तुम्हरा इस तरह रूठ कर चला जाना ही मेरी अधूरी कहानी का कारण था । एक तरफ में तुम्हे मनाता या फिर कहानी पूरी करता । तुम्हे शुरू से ही writer पसंद नही थे । तुम हमेशा कहती थी writer बहुत boring होते है ।में तुम्हे के से समझता । यही तो मुश्किल था तुम्हे समझना ।तुम कभी समझती ही नही थी मुझे । ओर में तुम्हरे साथ कि हर याद को हर बात को dear diary में लिखना चाहता था । तुम्हारे साथ ज़िन्दगी बसर करना चाहता था । खेर कहानी जितनी लिखी उतनी ही ठीक है । अधूरी ही सही पर इस कहानी में अब वो मोड़ नही । इस कहानी में अब वो बात नही ।क्यों कि इस कहानी में तेरा नाम नही ………।