Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
31 Jan 2024 · 1 min read

अधिकार जताना

व्यर्थ है बिना कारण
तेरा अनुमान लगाना ।
तेरा कर्म है जीवन को
केवल श्रेष्ठ बनाना ।।

नैतिक नहीं कदापि
यह व्यभिचार है तेरा ।
इच्छा के विरुद्ध किसी पर
अधिकार जताना ।।

संक्षिप्त है जीवन न इसे
व्यर्थ गवाना ।।
सुनने को जो न हो राज़ी
व्यर्थ है उसे आवाज़ लगाना ।।

निर्णय लेने में कभी
एक क्षण न गवाना ।
जीवन की सार्थकता है
तेरा स्वयं को पाना ।।
डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
4 Likes · 125 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr fauzia Naseem shad
View all
You may also like:
हर राह मौहब्बत की आसान नहीं होती ।
हर राह मौहब्बत की आसान नहीं होती ।
Phool gufran
जो जिस चीज़ को तरसा है,
जो जिस चीज़ को तरसा है,
Pramila sultan
हर बार धोखे से धोखे के लिये हम तैयार है
हर बार धोखे से धोखे के लिये हम तैयार है
manisha
*सुबह-सुबह अच्छा लगता है, रोजाना अखबार (गीत)*
*सुबह-सुबह अच्छा लगता है, रोजाना अखबार (गीत)*
Ravi Prakash
"मायने"
Dr. Kishan tandon kranti
ग़ज़ल सगीर
ग़ज़ल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
जीवन साथी,,,दो शब्द ही तो है,,अगर सही इंसान से जुड़ जाए तो ज
जीवन साथी,,,दो शब्द ही तो है,,अगर सही इंसान से जुड़ जाए तो ज
Shweta Soni
🙅दद्दू कहिन🙅
🙅दद्दू कहिन🙅
*प्रणय*
हर  क़दम  ठोकरें  खा के  चलते रहे ,
हर क़दम ठोकरें खा के चलते रहे ,
Neelofar Khan
मेरे हमदर्द मेरे हमराह, बने हो जब से तुम मेरे
मेरे हमदर्द मेरे हमराह, बने हो जब से तुम मेरे
gurudeenverma198
काश, मैं मोबाइल होता
काश, मैं मोबाइल होता
अरशद रसूल बदायूंनी
रानी मर्दानी
रानी मर्दानी
Dr.Pratibha Prakash
ञ'पर क्या लिखूं
ञ'पर क्या लिखूं
Satish Srijan
आत्मघाती हमला
आत्मघाती हमला
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
जून की दोपहर
जून की दोपहर
Kanchan Khanna
प्यार गर सच्चा हो तो,
प्यार गर सच्चा हो तो,
Sunil Maheshwari
मैं भागीरथ हो जाऊ ,
मैं भागीरथ हो जाऊ ,
Kailash singh
जो रास्ते हमें चलना सीखाते हैं.....
जो रास्ते हमें चलना सीखाते हैं.....
कवि दीपक बवेजा
कुंडलिया छंद विधान ( कुंडलिया छंद में ही )
कुंडलिया छंद विधान ( कुंडलिया छंद में ही )
Subhash Singhai
है बात मेरे दिल की दिल तुम पे ही आया है।
है बात मेरे दिल की दिल तुम पे ही आया है।
सत्य कुमार प्रेमी
लिखें जो खत तुझे कोई कभी भी तुम नहीं पढ़ते !
लिखें जो खत तुझे कोई कभी भी तुम नहीं पढ़ते !
DrLakshman Jha Parimal
........,?
........,?
शेखर सिंह
संस्कार
संस्कार
Sanjay ' शून्य'
हर आदमी का आचार - व्यवहार,
हर आदमी का आचार - व्यवहार,
Ajit Kumar "Karn"
LIVE IN THE PRESENT
LIVE IN THE PRESENT
पूर्वार्थ
लोकतंत्र
लोकतंत्र
करन ''केसरा''
हिंदी कब से झेल रही है
हिंदी कब से झेल रही है
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
**ये गबारा नहीं ‘ग़ज़ल**
**ये गबारा नहीं ‘ग़ज़ल**
Dr Mukesh 'Aseemit'
जताने लगते हो
जताने लगते हो
Pratibha Pandey
कर (टैक्स) की अभिलाषा
कर (टैक्स) की अभिलाषा
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
Loading...