अधिकांश लोगों को अपने से “बेहतर” नहीं, “कमतर” पसंद आते हैं।
अधिकांश लोगों को अपने से “बेहतर” नहीं, “कमतर” पसंद आते हैं। मंशा होती है अपनी “थोथी हनक” बनाए रखने भर की।
😊प्रणय प्रभात😊
अधिकांश लोगों को अपने से “बेहतर” नहीं, “कमतर” पसंद आते हैं। मंशा होती है अपनी “थोथी हनक” बनाए रखने भर की।
😊प्रणय प्रभात😊