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25 Aug 2023 · 1 min read

*अद्‌भुत है अनमोल देह, इसकी कीमत पह‌चानो(गीत)*

अद्‌भुत है अनमोल देह, इसकी कीमत पह‌चानो(गीत)
________________________________
अद्‌भुत है अनमोल देह, इसकी कीमत पह‌चानो
1
कितनी सुंदर जटिल देह, संरचना हम हैं पाते
अंग-अंग की देख सुगढ़‌ता, अचरज में भर जाते
जिस कारीगर की यह रचना, उसकी क्षमता मानो
2
टूट-फूट हड्‌डी में है तो, खर्चा लाखों आता
दिल-दिमाग या दाँत-आँत, सब मूल्यवान कहलाता
असली जैसा नया नहीं, मिल सकता यह सच जानो
3
देह अनोखी है यह इसने, ब्रह्मदेव को पाया
परम-शून्य इसके भीतर ही, ध्यान लगाकरआया
इसकी अद्‌भुत क्षमताऍं, सब ढूॅंढोगे यह ठानो
_____________________________
रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा
रामपुर उत्तर प्रदेश
मोबाइल 99976 5451

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