अदिनता
अदिनता
ठीके कहैत छैक नै
अदिनता जखन अबैत छैक
त चारुदिससं अबैत छैक
लिखलहबा जे रहैत छैक से
के मेट सकैत छैक
अनका आन जकां
ओ अयबेटा नै करैत छैक
बेर-बेर सुखा-टटाक’
पका दैत छैक आवामे
ओना एहिमे कोनहुँ आश्चर्य नै
दुक्खो ओहने लोक पर
अपन हाथ अजमाबैत छैक
जत’बुझैत छैक जे ई सहि सकैत अछि
ओ ओकरा पर आओरो ढ़रि जाइत छैक
जरैत छैक वैह लकड़ी धूधूआ धूधूआक’
जे टहटहौआ रौदमे सुखिक’भेल टांट
खूब मनोयोगसँ कयने रहैत अछि पूर्ण तैयारी
नै त होइत की छैक
आगिक संसर्गमे अबिते
भ’ जाइत छैक धूंए-धूंआमय
ओ गाउज-पोंटासं भरि दैत छैक
सत्ते…!
दुक्ख अपन जिम्मेवारी बेस निमाहैत अछि
जकर जड़ि रहैत छैक मजगूत
ओ ओही गाछ पर अपन खोंता बनबैत अछि
#अवधेश#