अत्त दीपो भव
ज्योति पर्व सा मन उज्जवल हो, और मिटे तम काला..
अत्त दीपो भव मंत्र सफ़ल हो, मन मंदिर में रहे उजाला..
मिटे अंधेरा पथ उज्जवल हो, सब्बे सत्ता सुखी रहे..
खुद दीपक बन जलें दीप सा.. है संदेश निराला…
ज्योति पर्व सा मन उज्जवल हो, और मिटे तम काला..
अत्त दीपो भव मंत्र सफ़ल हो, मन मंदिर में रहे उजाला..
मिटे अंधेरा पथ उज्जवल हो, सब्बे सत्ता सुखी रहे..
खुद दीपक बन जलें दीप सा.. है संदेश निराला…