अति हर्षित होकर चले, सब बारिश में स्कूल।
अति हर्षित होकर चले , सब बारिश में स्कूल ।
शिक्षक बच्चे कह रहे , मौसम है प्रतिकूल ।
मौसम है प्रतिकूल , सभी वाहन अब गायब।
बिन बस कैसे चलें , नहीं बस दिखती साहब ।
कह प्रवीण कविराय , रुकी गति अंबर वर्षित ।
शिक्षक अब है पंगु , हुए बच्चे अति हर्षित।
डा प्रवीण कुमार श्रीवास्तव ,प्रेम
वरिष्ठ परामर्श दाता, प्रभारी रक्तकोष,
जिला चिकित्सालय, सीतापुर।
मौलिक रचना।