अति-उताक्ली नई पीढ़ी
अति-उताक्ली नई पीढ़ी
“शादी-विवाह” को
“गुड्डा-गुड़िया का खेल”
समझते हैं और यही सोच
प्रायः जीवन और भविष्य के साथ
“खिलवाड़” साबित होती है।।
■प्रणय प्रभात■
अति-उताक्ली नई पीढ़ी
“शादी-विवाह” को
“गुड्डा-गुड़िया का खेल”
समझते हैं और यही सोच
प्रायः जीवन और भविष्य के साथ
“खिलवाड़” साबित होती है।।
■प्रणय प्रभात■