*अज्ञानी की कलम*
अज्ञानी की कलम
नज़्म
सत पथ पर जीवन ले चलो, ईश्वर का है उपहार।
न मिला वक्त से पहले न भाग्य से जादा यार।।
हैं नश्वर जीवन तेरा है नश्वर जगत संसार।
हर दिल में नफ़रतों का बीज बोता जा रहा इंसान।।
अधिकांश कुमत का बातावरण फैला रहा शैतान।।
सुसंगति छोड़कर कुसंगति पे हो रहा है कुर्बान।
ज़मीन मशीन हसीन कब्जाया कर हिटलरी गुमान।।
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झांसी उ•प्र•