अजी_देखना_दिल_लगाने_से_पहले
#अजी_देखना_दिल_लगाने_से_पहले!
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मुहब्बत में आँखें चुराने से पहले।
अजी देखना दिल लगाने से पहले।
खता गर करूँ मैं मुझे तुम बताना,
मुहब्बत भरा खत जलाने से पहले।
खिलेंगे नहीं गुल अगर टूटते है,
इजाज़त ही ले लो मिटाने से पहले।
यहां ज़ख्म ज्यादा मिलेगा हमेशा,
जरा सोचना मन बनाने से पहले।
बहुत मुस्कुराना न रोना सही है,
अजी इश्क को आजमाने से पहले।
तुनक कर न जाओ अजी बात मानो
डरे तू क्यूँ चाहत निभाने से पहले।
न अंजाम सोचों “सचिन” अब यहाँ पर,
करो रौशनी दिल जलाने से पहले।
✍️पं.संजीव शुक्ल ‘सचिन’