अजीब सी चुभन है दिल में
अजीब सी चुभन है दिल में
टुकड़े टुकड़े हो रहा हूँ मैं
तुम्हें जो हमारी ज़रूरत नहीं
हम ख़ुश है अपनी ख़ुदी में
मेहरबानी की ज़रूरत नहीं
तुम्हें क्यूँ लगता बस तुम्हीं तुम हो
हम भी हम हैं, ये ग़लत भी नहीं
हिमांशु Kulshrestha
अजीब सी चुभन है दिल में
टुकड़े टुकड़े हो रहा हूँ मैं
तुम्हें जो हमारी ज़रूरत नहीं
हम ख़ुश है अपनी ख़ुदी में
मेहरबानी की ज़रूरत नहीं
तुम्हें क्यूँ लगता बस तुम्हीं तुम हो
हम भी हम हैं, ये ग़लत भी नहीं
हिमांशु Kulshrestha