अजब ज़िन्दगी
अजब ज़िन्दगी के तो अजब नजारे है
कुछ इस ठिकाने कुछ उस ठिकाने हैं बात संस्कृति मूल्यों की हो धरा पर तो
असत् छोड़ सत्य से ही तो ज़माने है
अजब ज़िन्दगी के तो अजब नजारे है
कुछ इस ठिकाने कुछ उस ठिकाने हैं बात संस्कृति मूल्यों की हो धरा पर तो
असत् छोड़ सत्य से ही तो ज़माने है