Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Feb 2021 · 1 min read

अजनबी

एक अजनबी शख्स से,मिली एक ही रात।
आँखों आँखों में हुई, चाहत की हर बात।
करवट बदला वक्त ने, छूटा उसका साथ-
प्रणय मिलन की लालसा,मचा रहा उत्पात ।
लक्ष्मी सिंह
नई दिल्ली

1 Like · 280 Views
Books from लक्ष्मी सिंह
View all

You may also like these posts

किताबें
किताबें
Dr. Bharati Varma Bourai
त्योहारी मौसम
त्योहारी मौसम
Sudhir srivastava
मेरे गुरु जी
मेरे गुरु जी
Rambali Mishra
जीवन दया का
जीवन दया का
Dr fauzia Naseem shad
मेरे प्रभु राम आए हैं
मेरे प्रभु राम आए हैं
PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य )
"एक्सरे से"
Dr. Kishan tandon kranti
मई दिवस
मई दिवस
Ghanshyam Poddar
क्या मालूम तुझे मेरे हिस्से में तेरा ही प्यार है,
क्या मालूम तुझे मेरे हिस्से में तेरा ही प्यार है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
ज़िंदगी - बेवज़ह ही
ज़िंदगी - बेवज़ह ही
Rekha Sharma "मंजुलाहृदय"
गुरु
गुरु
R D Jangra
बस मुझे मेरा प्यार चाहिए
बस मुझे मेरा प्यार चाहिए
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
*****सबके मन मे राम *****
*****सबके मन मे राम *****
Kavita Chouhan
आज खुशी भर जीवन में।
आज खुशी भर जीवन में।
लक्ष्मी सिंह
स्नेहिल प्रेम अनुराग
स्नेहिल प्रेम अनुराग
Seema gupta,Alwar
पिंगल प्रसाद पाकर नवीन छंद सूत्रों की खोज मेरे जीवन की अमूल्
पिंगल प्रसाद पाकर नवीन छंद सूत्रों की खोज मेरे जीवन की अमूल्
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
आइए मेरे हृदय में
आइए मेरे हृदय में
indu parashar
जब आओगे तुम मिलने
जब आओगे तुम मिलने
Shweta Soni
मां से ही तो सीखा है।
मां से ही तो सीखा है।
SATPAL CHAUHAN
परिवर्तन का मार्ग ही सार्थक होगा, प्रतिशोध में तो ऊर्जा कठोर
परिवर्तन का मार्ग ही सार्थक होगा, प्रतिशोध में तो ऊर्जा कठोर
Ravikesh Jha
*खोटा था अपना सिक्का*
*खोटा था अपना सिक्का*
Poonam Matia
नास्तिक सदा ही रहना…
नास्तिक सदा ही रहना…
मनोज कर्ण
3378⚘ *पूर्णिका* ⚘
3378⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
*सर्राफे में चॉंदी के व्यवसाय का बदलता स्वरूप*
*सर्राफे में चॉंदी के व्यवसाय का बदलता स्वरूप*
Ravi Prakash
बिन गरजे बरसे देखो ...
बिन गरजे बरसे देखो ...
sushil yadav
कभी सोच है कि खुद को क्या पसन्द
कभी सोच है कि खुद को क्या पसन्द
पूर्वार्थ
जब कोई,
जब कोई,
नेताम आर सी
आपका अनुरोध स्वागत है। यहां एक कविता है जो आपके देश की हवा क
आपका अनुरोध स्वागत है। यहां एक कविता है जो आपके देश की हवा क
कार्तिक नितिन शर्मा
मंजिल
मंजिल
Swami Ganganiya
- दिल के अरमान -
- दिल के अरमान -
bharat gehlot
जिंदगी एक भंवर है
जिंदगी एक भंवर है
Harminder Kaur
Loading...