‘अच्छे नागरिक बनों’
श्री लंका का कठिन समय और जनता का हुडदंग सभ्य नागरिकों की श्रेणी में नहीं आता।तोड़-करके क्या देश का अहित नहीं कर रहे।माना सरकार से चूक हुई है पर जनता नाच रही है हुल्लड़ कर रही है राष्ट्रपति भवन परिसर में तमाशा करते देख लग नहीं रहा है ये लोग दुखी हैं। भारत अधिक सहृदय न बने। बिना नेताओं के सपोर्ट पाये जनता ऐसा हुडदंग नहीं करती।