Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Feb 2020 · 1 min read

अच्छा ही किया तूने

अच्छा ही किया तूने दौरे खिजां में हमसे नाता तोड़ लिया।
मेरे पास सिवा गम के क्या था तूने गम से नाता तोड़ लिया।।
अच्छा ही किया……..

हमको क्या खबर थी ये बारिश मेरे घर में आग लगाएगी।
इस दिल की लगी में किसी रोज़ मेरी दुनियाँ जल जाएगी।
फूलों की रंगत बढ़ती है इन पर शबनम की बूंदों से
फूलों को वफ़ा ना रास आयी शबनम से नाता तोड़ लिया।।
अच्छा ही किया………

कुछ लोग जहां में ऐसे भी हमदम पे इनायत करते हैं।
गैरों से मोहब्बत करते हैं अपनों से अदावत करते हैं।
खैरात प्यार की माँगी तो माँग भी मेरी ठुकरा दी
देखी जो मुफ़लिसी हमदम की हमदम से नाता तोड़ लिया।।
अच्छा ही किया………

अच्छे या बुरे जैसे भी हैं कुछ रोज़ यूँ ही कट जाएंगे।
दिल अनमोल लुटा ही चुके अब डर कैसा लुट जाएंगे।।
तोड़ीं कसमें तोड़ा वादा, देखा दिल का मौसम सादा
रंगीला फागुन मिला तुम्हें मौसम से नाता तोड़ लिया।।
अच्छा ही किया…….

Language: Hindi
Tag: गीत
5 Likes · 338 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
★ किताबें दीपक की★
★ किताबें दीपक की★
★ IPS KAMAL THAKUR ★
मन मूरख बहुत सतावै
मन मूरख बहुत सतावै
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
सज्जन से नादान भी, मिलकर बने महान।
सज्जन से नादान भी, मिलकर बने महान।
आर.एस. 'प्रीतम'
सकट चौथ की कथा
सकट चौथ की कथा
Ravi Prakash
हम हमारे हिस्से का कम लेकर आए
हम हमारे हिस्से का कम लेकर आए
सिद्धार्थ गोरखपुरी
"मधुर स्मृतियों में"
Dr. Kishan tandon kranti
**पर्यावरण दिवस **
**पर्यावरण दिवस **
Dr Mukesh 'Aseemit'
वह व्यवहार किसी के साथ न करें जो
वह व्यवहार किसी के साथ न करें जो
Sonam Puneet Dubey
प्यासा के कुंडलियां (विजय कुमार पाण्डेय 'प्यासा')
प्यासा के कुंडलियां (विजय कुमार पाण्डेय 'प्यासा')
Vijay kumar Pandey
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Neelofar Khan
खुश होना नियति ने छीन लिया,,
खुश होना नियति ने छीन लिया,,
पूर्वार्थ
गीतिका छंद
गीतिका छंद
Seema Garg
जिस चीज में दिल ना लगे,
जिस चीज में दिल ना लगे,
Sunil Maheshwari
इश्क़-ए-क़िताब की ये बातें बहुत अज़ीज हैं,
इश्क़-ए-क़िताब की ये बातें बहुत अज़ीज हैं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
आशुतोष शंकर अविनाशी, तुम पर जग बलिहारी
आशुतोष शंकर अविनाशी, तुम पर जग बलिहारी
Dr Archana Gupta
जिन नयनों में हों दर्द के साये, उसे बदरा सावन के कैसे भाये।
जिन नयनों में हों दर्द के साये, उसे बदरा सावन के कैसे भाये।
Manisha Manjari
*मेरी इच्छा*
*मेरी इच्छा*
Dushyant Kumar
दुखड़े   छुपाकर  आ  गया।
दुखड़े छुपाकर आ गया।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
जिस प्रकार लोहे को सांचे में ढालने पर उसका  आकार बदल  जाता ह
जिस प्रकार लोहे को सांचे में ढालने पर उसका आकार बदल जाता ह
Jitendra kumar
संवेदना अभी भी जीवित है
संवेदना अभी भी जीवित है
Neena Kathuria
रंजिशें
रंजिशें
AJAY AMITABH SUMAN
मुक्तक
मुक्तक
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
Freedom
Freedom
Shyam Sundar Subramanian
कभी ग़म से कभी खुशी से मालामाल है
कभी ग़म से कभी खुशी से मालामाल है
shabina. Naaz
👌आज का शेर👌
👌आज का शेर👌
*प्रणय*
2949.*पूर्णिका*
2949.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
* पावन धरा *
* पावन धरा *
surenderpal vaidya
हर इंसान के काम का तरीका अलग ही होता है,
हर इंसान के काम का तरीका अलग ही होता है,
Ajit Kumar "Karn"
छोटे दिल वाली दुनिया
छोटे दिल वाली दुनिया
ओनिका सेतिया 'अनु '
मन की परतों में छुपे ,
मन की परतों में छुपे ,
sushil sarna
Loading...