Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Jun 2024 · 2 min read

“अग्निपथ आर्मी के अग्निवीर सिपाही ”

डॉ लक्ष्मण झा “ परिमल “
=====================
विगत वर्षों में बड़े अजीब गरीब फैसले लिए गए जिसका समय -समय पर विरोध होना स्वाभाविक था ! पर सेना के तीनों अंगों, आर्मी ,नैवी और एयर फोर्स के जवानों की भर्ती के नए नियमों के तहद होगा ,बहुत दुर्भाग्य पूर्ण साबित हो रहा है ! ये जवान चार वर्षों तक ही अपनी सेवा दे सकेंगे ! इन जवानों में 25% को ही नियमित किया जाएगा ! ये अग्निपथ आर्मी के अग्निवीर सिपाही कहलाएंगे ! 17.5 साल से 23 साल तक भर्ती की इनकी उम्र होगी !
इसकी प्रतिक्रिया में आक्रोशित छात्र सड़कों पर उतर आए ! विरोध का स्वर गूँजने लगा ! भारत के विभिन्य राज्यों में भीड़ ने उग्र रूप धारण किया ! सरकारी संपत्ति को नष्ट किया गया ! सरकार की गलत नीति का जम कर विरोध होने लगा ! लोग महँगायी और बेरोजगारी से पहले ही परेशान हैं ! और अब ठेके की नौकरी? वह भी आर्मी में ? लोग अपने भविष्य को सँवारने ,जान हथेली पर रख देश की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहूति हँस -हँस कर देने के लिए , जो युवा अपने सपनों देखते हैं ! आज युवा अपने को छला महसूस पाते हैं ! उन्हें पेंशन नहीं और ना कोई सुविधा चार सालों के बाद मिलेगी !
मुझे याद है कि1972 -1975 तक मैंने बेसिक ट्रैनिंग और प्रोफेशनल ट्रैनिंग में लगाया ! इन सब प्रशिक्षणों के बाद मेरा ऐटेस्टेशन हुआ और में एक फौजी बना ! उसके बाद मेरी पोस्टिंग किसी अस्पताल में हुई ! और फिर अड्वान्स कोर्स के लिए 6 महीने ,9 महीने और 13 महीने मुझे ट्रैनिंग करनी पड़ी ! प्रमोशन कोर्स के लिए 2 महीने और फिर 2 महीने कोर्स करने पड़े ! कुल 5 वर्ष 6 महीने मेरी ट्रैनिंग रही तब जाके मुझे फौजी कहा जाने लगा !
अब “ अग्निपथ “ आर्मी के अग्निवीर की भर्ती मजाक बन गयी ! जब तक वो कुछ सीख भी ना पाएंगे तब तक उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया जाएगा ! हमारी सीमा असुरक्षित है ! हमें एक सबल और सक्षम सैन्य की आवश्यकता है ! अग्निवीर को कहीं अग्नि के हवाले तो नहीं करना है ? वे तो अपने संगठन को भली भाँति समझ भी नहीं पाएंगे तब तक आर्मी छोड़कर उन्हें जाना पड़ेगा !
25 % की स्थायी होड़ में सब के सब अग्निवीर का अनुपयुक्त प्रयोग किया जाएगा ! उन्हें अपने अधिकारियों का निजी सहायक बन कर रहना पड़ेगा ! कहने को अग्निवीर और करने को “ सहायकवीर !”
मैं तोड़फोड़ ,आगजनी और सरकारी चीजों को नुकसान के विरुद्ध हूँ पर सरकार को इतना अनुरोध कर सकता हूँ कि इस तरह के असफल प्रयोग ना करें ! अग्निपथ के वीर कहीं सम्पूर्ण क्रांति का आवाहन ना कर दें ! सरकार जनता की है और जनता की आवाज को समय पर सुन लें !
======================
डॉ लक्ष्मण झा “परिमल “
साउंड हेल्थ क्लिनिक
एस ० पी ० कॉलेज रोड
दुमका
झारखंड
भारत

Language: Hindi
16 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
2840.*पूर्णिका*
2840.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
वो लम्हें जो हर पल में, तुम्हें मुझसे चुराते हैं।
वो लम्हें जो हर पल में, तुम्हें मुझसे चुराते हैं।
Manisha Manjari
*जन्म लिया है बेटी ने तो, दुगनी खुशी मनाऍं (गीत)*
*जन्म लिया है बेटी ने तो, दुगनी खुशी मनाऍं (गीत)*
Ravi Prakash
अरमान
अरमान
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
कर सकता नहीं ईश्वर भी, माँ की ममता से समता।
कर सकता नहीं ईश्वर भी, माँ की ममता से समता।
डॉ.सीमा अग्रवाल
"आज का विचार"
Radhakishan R. Mundhra
नया सवेरा
नया सवेरा
AMRESH KUMAR VERMA
तन्हाई
तन्हाई
ओसमणी साहू 'ओश'
Exercise is not expensive, Medical bills are.
Exercise is not expensive, Medical bills are.
पूर्वार्थ
ग़ज़ल -1222 1222 122 मुफाईलुन मुफाईलुन फऊलुन
ग़ज़ल -1222 1222 122 मुफाईलुन मुफाईलुन फऊलुन
Neelam Sharma
पर्यावरण
पर्यावरण
Neeraj Agarwal
मुझे जीना सिखा कर ये जिंदगी
मुझे जीना सिखा कर ये जिंदगी
कृष्णकांत गुर्जर
नारी के हर रूप को
नारी के हर रूप को
Dr fauzia Naseem shad
The thing which is there is not wanted
The thing which is there is not wanted
कवि दीपक बवेजा
बंधन यह अनुराग का
बंधन यह अनुराग का
Om Prakash Nautiyal
कलम वो तलवार है ,
कलम वो तलवार है ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
* खिल उठती चंपा *
* खिल उठती चंपा *
surenderpal vaidya
ज्ञानवान  दुर्जन  लगे, करो  न सङ्ग निवास।
ज्ञानवान दुर्जन लगे, करो न सङ्ग निवास।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
सपना देखना अच्छी बात है।
सपना देखना अच्छी बात है।
Paras Nath Jha
// अमर शहीद चन्द्रशेखर आज़ाद //
// अमर शहीद चन्द्रशेखर आज़ाद //
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
राम पर हाइकु
राम पर हाइकु
Sandeep Pande
मेरी साँसों से अपनी साँसों को - अंदाज़े बयाँ
मेरी साँसों से अपनी साँसों को - अंदाज़े बयाँ
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
" पुराने साल की बिदाई "
DrLakshman Jha Parimal
खुद से मुहब्बत
खुद से मुहब्बत
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
पूछूँगा मैं राम से,
पूछूँगा मैं राम से,
sushil sarna
#जी_का_जंजाल
#जी_का_जंजाल
*प्रणय प्रभात*
"तीर और पीर"
Dr. Kishan tandon kranti
तिरंगा
तिरंगा
Dr. Pradeep Kumar Sharma
अभागा
अभागा
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
एक ठंडी हवा का झोंका है बेटी: राकेश देवडे़ बिरसावादी
एक ठंडी हवा का झोंका है बेटी: राकेश देवडे़ बिरसावादी
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
Loading...