“अग्निपथ आर्मी के अग्निवीर सिपाही ”
डॉ लक्ष्मण झा “ परिमल “
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विगत वर्षों में बड़े अजीब गरीब फैसले लिए गए जिसका समय -समय पर विरोध होना स्वाभाविक था ! पर सेना के तीनों अंगों, आर्मी ,नैवी और एयर फोर्स के जवानों की भर्ती के नए नियमों के तहद होगा ,बहुत दुर्भाग्य पूर्ण साबित हो रहा है ! ये जवान चार वर्षों तक ही अपनी सेवा दे सकेंगे ! इन जवानों में 25% को ही नियमित किया जाएगा ! ये अग्निपथ आर्मी के अग्निवीर सिपाही कहलाएंगे ! 17.5 साल से 23 साल तक भर्ती की इनकी उम्र होगी !
इसकी प्रतिक्रिया में आक्रोशित छात्र सड़कों पर उतर आए ! विरोध का स्वर गूँजने लगा ! भारत के विभिन्य राज्यों में भीड़ ने उग्र रूप धारण किया ! सरकारी संपत्ति को नष्ट किया गया ! सरकार की गलत नीति का जम कर विरोध होने लगा ! लोग महँगायी और बेरोजगारी से पहले ही परेशान हैं ! और अब ठेके की नौकरी? वह भी आर्मी में ? लोग अपने भविष्य को सँवारने ,जान हथेली पर रख देश की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहूति हँस -हँस कर देने के लिए , जो युवा अपने सपनों देखते हैं ! आज युवा अपने को छला महसूस पाते हैं ! उन्हें पेंशन नहीं और ना कोई सुविधा चार सालों के बाद मिलेगी !
मुझे याद है कि1972 -1975 तक मैंने बेसिक ट्रैनिंग और प्रोफेशनल ट्रैनिंग में लगाया ! इन सब प्रशिक्षणों के बाद मेरा ऐटेस्टेशन हुआ और में एक फौजी बना ! उसके बाद मेरी पोस्टिंग किसी अस्पताल में हुई ! और फिर अड्वान्स कोर्स के लिए 6 महीने ,9 महीने और 13 महीने मुझे ट्रैनिंग करनी पड़ी ! प्रमोशन कोर्स के लिए 2 महीने और फिर 2 महीने कोर्स करने पड़े ! कुल 5 वर्ष 6 महीने मेरी ट्रैनिंग रही तब जाके मुझे फौजी कहा जाने लगा !
अब “ अग्निपथ “ आर्मी के अग्निवीर की भर्ती मजाक बन गयी ! जब तक वो कुछ सीख भी ना पाएंगे तब तक उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया जाएगा ! हमारी सीमा असुरक्षित है ! हमें एक सबल और सक्षम सैन्य की आवश्यकता है ! अग्निवीर को कहीं अग्नि के हवाले तो नहीं करना है ? वे तो अपने संगठन को भली भाँति समझ भी नहीं पाएंगे तब तक आर्मी छोड़कर उन्हें जाना पड़ेगा !
25 % की स्थायी होड़ में सब के सब अग्निवीर का अनुपयुक्त प्रयोग किया जाएगा ! उन्हें अपने अधिकारियों का निजी सहायक बन कर रहना पड़ेगा ! कहने को अग्निवीर और करने को “ सहायकवीर !”
मैं तोड़फोड़ ,आगजनी और सरकारी चीजों को नुकसान के विरुद्ध हूँ पर सरकार को इतना अनुरोध कर सकता हूँ कि इस तरह के असफल प्रयोग ना करें ! अग्निपथ के वीर कहीं सम्पूर्ण क्रांति का आवाहन ना कर दें ! सरकार जनता की है और जनता की आवाज को समय पर सुन लें !
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डॉ लक्ष्मण झा “परिमल “
साउंड हेल्थ क्लिनिक
एस ० पी ० कॉलेज रोड
दुमका
झारखंड
भारत