अगर
अगर
हमारे पूर्वजों ने
स्त्री और पुरुष को
मापने का पैमाना
अलग-अलग नहीं बनाया होता
तो आज
स्त्री भी खुश होती
पुरुष भी मुस्कुरा रहा होता
अगर
हमारे पूर्वजों ने
स्त्री और पुरुष को
मापने का पैमाना
अलग-अलग नहीं बनाया होता
तो आज
स्त्री भी खुश होती
पुरुष भी मुस्कुरा रहा होता