अगर हो इश्क़ सच्चा
फरेबी चाल से बेशक शराफत हार जाती है
जिस्म को जीतकर झूठी मोहब्बत हार जाती है
मिटाने को भले तैयार लाखों लोग हों लेकिन
अगर हो इश्क़ सच्चा तो क़यामत हार जाती है।
शक्ति त्रिपाठी देव
फरेबी चाल से बेशक शराफत हार जाती है
जिस्म को जीतकर झूठी मोहब्बत हार जाती है
मिटाने को भले तैयार लाखों लोग हों लेकिन
अगर हो इश्क़ सच्चा तो क़यामत हार जाती है।
शक्ति त्रिपाठी देव