अगर सड़क पर कंकड़ ही कंकड़ हों तो उस पर चला जा सकता है, मगर
अगर सड़क पर कंकड़ ही कंकड़ हों तो उस पर एक अच्छा जूता पहनकर चला जा सकता है मगर जूते के अन्दर एक भी कंकड़ हो तो कुछ कदम भी चलना मुश्किल हो जाता है। इसलिए जीवन में बाहर की चुनौतियों से घबराये बिना अपनी अन्दर की कमज़ोरी को दूर करें ।।
✍️ लोकेश शर्मा