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19 Jun 2024 · 1 min read

अगर मन वचन और कर्मों में मर्यादा न हो तो

अगर मन वचन और कर्मों में मर्यादा न हो तो
दुर्योधन, दुशासन, सुपर्णखा, मंथरा, कैकई,
होलिका, रावन, कंश बना जा सकता है और

मर्यादा हो तो राम, कृष्ण, दुर्गा, सरस्वती, लक्ष्मी
बन सकते हैं अन्यथा अपने जीवन का विनाश
कुकर्मों से कर सकते हैं
_ सोनम पुनीत दुबे

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