Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Jul 2016 · 1 min read

अगर पूर्वजों के उतारे न होते .

अगर रंग – बिरंगे ये नारे न होते.
तो फिर हम भी इतने बेचारे न होते .
बस बातों के मरहम से भर जाते शायद .
अगर ज़ख्म दिल के करारे न होते .
भला किसकी हिम्मत सितम ढा सके यूँ .
अगर हम जो आदत बिगाड़े न होते .
यहाँ आबरू की ना होती तिजारत .
अगर आकाओं के सहारे न होते.
कथनी और करनी ज़ुदा गर न होती.
तो फिर वोट के लोग मारे न होते .
मिट जाती कब की ये रस्मोरिवाज़ें .
अगर पूर्वजों के उतारे न होते .
—- सतीश मापतपुरी

2 Comments · 326 Views

You may also like these posts

4355.*पूर्णिका*
4355.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
🙏
🙏
Neelam Sharma
बाट तुम्हारी जोहती, कबसे मैं बेचैन।
बाट तुम्हारी जोहती, कबसे मैं बेचैन।
डॉ.सीमा अग्रवाल
अहमियत 🌹🙏
अहमियत 🌹🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
* मैं अभिमन्यु *
* मैं अभिमन्यु *
भूरचन्द जयपाल
..
..
*प्रणय*
खुद पहचान
खुद पहचान
Seema gupta,Alwar
"स्कूली लाइफ"
Dr. Kishan tandon kranti
मैं नारी हूं, स्पर्श जानती हूं मैं
मैं नारी हूं, स्पर्श जानती हूं मैं
Pramila sultan
ग़ज़ल _ दर्द भूल कर अपने, आप मुस्कुरा देना !
ग़ज़ल _ दर्द भूल कर अपने, आप मुस्कुरा देना !
Neelofar Khan
आकांक्षाएं और नियति
आकांक्षाएं और नियति
Manisha Manjari
हवा तो आज़ भी नहीं मिल रही है
हवा तो आज़ भी नहीं मिल रही है
Sonam Puneet Dubey
क्या कहें कितना प्यार करते हैं
क्या कहें कितना प्यार करते हैं
Dr fauzia Naseem shad
इतना कभी ना खींचिए कि
इतना कभी ना खींचिए कि
Paras Nath Jha
हे देश मेरे
हे देश मेरे
Satish Srijan
रिश्ते को इस तरह
रिश्ते को इस तरह
Chitra Bisht
परम प्रकाश उत्सव कार्तिक मास
परम प्रकाश उत्सव कार्तिक मास
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
खुदा किसी को किसी पर फ़िदा ना करें
खुदा किसी को किसी पर फ़िदा ना करें
$úDhÁ MãÚ₹Yá
*विरोधाभास*
*विरोधाभास*
Pallavi Mishra
..........?
..........?
शेखर सिंह
होली के नटखट दोहे :
होली के नटखट दोहे :
sushil sarna
भारतवर्ष महान
भारतवर्ष महान
surenderpal vaidya
अपने आप से भी नाराज रहने की कोई वजह होती है,
अपने आप से भी नाराज रहने की कोई वजह होती है,
goutam shaw
तुम आओ एक बार
तुम आओ एक बार
PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य )
अनपढ़ सी
अनपढ़ सी
SHAMA PARVEEN
"दीप जले"
Shashi kala vyas
मेरी नजरो में बसी हो तुम काजल की तरह।
मेरी नजरो में बसी हो तुम काजल की तरह।
Rj Anand Prajapati
राम कृष्ण हरि
राम कृष्ण हरि
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
श्रीराम का नारा लगाओगे
श्रीराम का नारा लगाओगे
Sudhir srivastava
जिस दिन आप कैसी मृत्यु हो तय कर लेते है उसी दिन आपका जीवन और
जिस दिन आप कैसी मृत्यु हो तय कर लेते है उसी दिन आपका जीवन और
Sanjay ' शून्य'
Loading...