अगर तेरी बसारत में सिर्फ एक खिलौना ये अवाम है
अगर तेरी बसारत में सिर्फ एक खिलौना ये अवाम है
तो ये साहिब-ए-मसनद का किससे हासिल मक़ाम है ?
किस ज़ालिम के सर पे देर तक ताज बरक़रार रहता..
जितनों की मस्ती,हस्ती मिटी जनता का ही अंजाम है
⚪️ ‘अशांत’ शेखर
07/02/2023