“अगर तुफा ना आता”
अगर तुफा ना आता ,हम भी किनारे पर होते।
गेरो की नहीं, अपने ख़ुद के ठिकाने पर होते।
धोखा ना मिलता तो आज ,हम भी तेरे सहारे पर होते।
हम भी सुकून से रहते, अगर तेरे झूठे बहाने ना होते।
तेरे बिना जिंदगी बिता देते, अकेले।
अगर हम मां – बाप की ज़िद माने ना होते।