अगर चैलेंज हो!
अगर चैलेंज हो जीवन में। वीरों की भागीदारी,हो शासन में। व्यवस्था में तभी सुधार होगा, लोकतंत्र के आंगन में। अपने को बुद्धि मान समझने बालों। गरीब और अमीर समझने बालों।यह चैलेंज स्वीकार करो अपने मन में। अपने को विज्ञानी समझने बालों। अपने को मानव समझने बालों। तुम चैलेंज स्वीकार करो केवल मानव तन में।अगर चैलेंज हो जीवन में। चिन्ता छोड़ परिणाम की,बाजी लगा दें समस्त तन,मन की। चैलेंज स्वीकार करो अपने जीवन में। परिभाषा भी यही है ,नर तन की।