अगर ख्वाब ना होते।
तुम मेरे कभी साथ ना होते,
तुम मेरे अगर ख्वाब न होते,
प्यार – मोहब्बत कुछ नहीं होते दुनियां में,
गर दिल में सब के जज़्बात न होते।
मिल कर रहने की आदत होती तो,
सब के हाथों में ये हथियार न होते।
ख्वाइश थी मैं बच्चा ही रह जाता,
कम से कम सबसे तो ये तकरार न होते।
दिल टूटा तो अच्छा हुआ मेरे साथ,
वरना आज हम कलमकार न होते।