Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 May 2024 · 1 min read

अगर ख़ुदा बनते पत्थर को तराश के

अगर ख़ुदा बनते पत्थर को तराश के
फिर तो हर इंसान ख़ुदा का ख़ुदा होता

– मीनाक्षी मासूम

agar khuda bante patthar ko taraash ke
phir to har insaan khuda ka khuda hota

– Meenakshi Masoom

3 Likes · 96 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
"तुम्हें कितना मैं चाहूँ , यह कैसे मैं बताऊँ ,
Neeraj kumar Soni
"काम करने का इरादा नेक हो तो भाषा शैली भले ही आकर्षक न हो को
डॉ.एल. सी. जैदिया 'जैदि'
दूर क्षितिज तक जाना है
दूर क्षितिज तक जाना है
Neerja Sharma
बरखा रानी तू कयामत है ...
बरखा रानी तू कयामत है ...
ओनिका सेतिया 'अनु '
खाली मन...... एक सच
खाली मन...... एक सच
Neeraj Agarwal
हवस में पड़ा एक व्यभिचारी।
हवस में पड़ा एक व्यभिचारी।
Rj Anand Prajapati
मानसिक तनाव
मानसिक तनाव
Sunil Maheshwari
*
*"मां चंद्रघंटा"*
Shashi kala vyas
ऑंसू छुपा के पर्स में, भरती हैं पत्नियॉं
ऑंसू छुपा के पर्स में, भरती हैं पत्नियॉं
Ravi Prakash
खोकर अपनों को यह जाना।
खोकर अपनों को यह जाना।
लक्ष्मी सिंह
इश्क़ चाहत की लहरों का सफ़र है,
इश्क़ चाहत की लहरों का सफ़र है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
संविधान शिल्पी बाबा साहब शोध लेख
संविधान शिल्पी बाबा साहब शोध लेख
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
लिखने जो बैठता हूँ
लिखने जो बैठता हूँ
हिमांशु Kulshrestha
" समाहित "
Dr. Kishan tandon kranti
सोचो अच्छा आज हो, कल का भुला विचार।
सोचो अच्छा आज हो, कल का भुला विचार।
आर.एस. 'प्रीतम'
दोहे
दोहे
अशोक कुमार ढोरिया
अटल सत्य मौत ही है (सत्य की खोज)
अटल सत्य मौत ही है (सत्य की खोज)
VINOD CHAUHAN
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
हर इंसान होशियार और समझदार है
हर इंसान होशियार और समझदार है
पूर्वार्थ
"अकेलापन की खुशी"
Pushpraj Anant
माना नारी अंततः नारी ही होती है..... +रमेशराज
माना नारी अंततः नारी ही होती है..... +रमेशराज
कवि रमेशराज
कर सत्य की खोज
कर सत्य की खोज
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
..
..
*प्रणय*
4349.*पूर्णिका*
4349.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
दूर जा चुका है वो फिर ख्वाबों में आता है
दूर जा चुका है वो फिर ख्वाबों में आता है
Surya Barman
वो दिन भी क्या दिन थे
वो दिन भी क्या दिन थे
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी "
बचपन
बचपन
Shashi Mahajan
पढ़ रहा हूँ
पढ़ रहा हूँ
इशरत हिदायत ख़ान
*शिवरात्रि*
*शिवरात्रि*
Dr. Priya Gupta
एक बार हीं
एक बार हीं
Shweta Soni
Loading...