अगर आप में व्यर्थ का अहंकार है परन्तु इंसानियत नहीं है; तो म
अगर आप में व्यर्थ का अहंकार है परन्तु इंसानियत नहीं है; तो मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप कौन हैं!
“मौज”
अगर आप में व्यर्थ का अहंकार है परन्तु इंसानियत नहीं है; तो मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप कौन हैं!
“मौज”