अगर आज दिनकर जी होते
राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर जी के जन्म दिवस पर शत-शत नमन।
आज अगर दिनकर जी होते, राजनीतिज्ञों पर उदगार क्या होते?
भ्रष्ट्राचार अपराधिकरण राष्ट्रवाद पर क्या कहते?
धर्म जाति आतंकवाद, नक्सलियों को वे क्या कहते?
वोट बैंक की राजनीति, तुष्टिकरण कभी न सहते!!!
दोगले वामपंथियों को भी, आड़े हाथों लेते!!!
छद्म धर्मनिरपेक्ष वादियों को,खरी खरी ही कहते।
धर्म जाति नस्ली धुर्बीकरण देश समाज का
राष्ट्रकवि न सहते।
तथाकथित बुद्धिजीवियों को, मीडिया को लानत देते।
सोए हुए नौजवानों को, झकझोर राह पर लाते।
स्वतंत्रता सेनानियों के सपनों को पूरा वे कर जाते।
राष्ट्र भक्ति और चेतना,जन जन में आज जगाते।।
सुरेश कुमार चतुर्वेदी