अक्सर याद वो आ जाता है
पास आने साथ रहने की तमन्ना पूरी ना हो सकी।
बोलते हुए ,होठों पर खींची हँसी, पर दिल रो दिया।
जरूरत पास हैं।
गम साथ है
ना चाहते हुए भी अक्सर याद वो आ जाता हैं ।_ डॉ. सीमा
कुमारी
,बिहार ,भागलपुर, दिनांक- 7-4-022 की मौलिक एवं स्वरचित रचना जिसे आज प्रकाशित कर रही हूं।