अक्सर मैं तुझे गुनगुनाता हूँ
अक्सर मैं तुझे गुनगुनाता हूँ
मैं तेरे करम के किस्से सुनाता हूँ
अफसाना न हो जाए जिन्दगी मेरी
मैं खुद को तुझ पर कुर्बान करना चाहता हूँ
अक्सर मैं तुझे गुनगुनाता हूँ
मैं तेरे करम के किस्से सुनाता हूँ
अफसाना न हो जाए जिन्दगी मेरी
मैं खुद को तुझ पर कुर्बान करना चाहता हूँ