*अक्षय धन किसको कहें, अक्षय का क्या अर्थ (कुंडलिया)*
अक्षय धन किसको कहें, अक्षय का क्या अर्थ (कुंडलिया)
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अक्षय धन किसको कहें, अक्षय का क्या अर्थ
सोना चांदी श्वास तन, नश्वर यह सब व्यर्थ
नश्वर यह सब व्यर्थ, राम को तुलसी गाते
मीरा के प्रभु कृष्ण, अमोलक धन कहलाते
कहते रवि कविराय, मृत्यु का सबको है भय
निराकार जगदीश, सिर्फ होते हैं अक्षय
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रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर, उत्तर प्रदेश
मोबाइल 99976 15451