अकेला एहसास..
चलना अकेला ही मुझे
बस यादों का साथ है तेरा
कोई रास्ता दिखाई देता नही
बस एक विश्वास है तेरा
मंजिल भी धुंधली दिखाई पड़ती
बस आंखों में साफ है दिखता तेरा चेहरा
जीवन का यह मंजर बड़ा अजीब सा लगता है
बस मेरी आशा को साथ है तेरा
सांसो में बसा बस एक नाम है
बाकी सब एहसास है तेरा !!
रंजीत घोसी