“अकल्पित”
“अकल्पित”
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हमारे इर्द-गिर्द कुछ घटनाएं होती ऐसी घटित।
जो पूरी तरह से होती सपनों जैसी अकल्पित।
कई बातों पर हम तब हो जाते आश्चर्यचकित।
होती जो कुछ अप्रत्याशित,रहे सदा अविस्मृत।
( स्वरचित एवं मौलिक )
© अजित कुमार “कर्ण” ✍️
~ किशनगंज ( बिहार )
दिनांक :- 28 / 04 /2022.
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