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18 Jul 2020 · 1 min read

अंबिए कदो दा फेरा

******* अंबिए कदो दा फेरा ******
*****************************

रूहा न उदासियाँ अंबिए कदो दा फेरा
अखां न प्यासियाँ अंबिए कदो दा फेरा

माए नी मेरिए दस कित्थे लाया तू डेरा
अखां न प्यासियाँ अंबिए कदो है फेरा
मत गई न मारियां अंबिए कदो दा फेरा
अखां न प्यासियाँ अंबिए कदो दा फेरा

सघना बूटा छांवा दा माँ तेरा सरमाया
इक तेरे ही कारण मैं जग ते हां आया
ना लाड लड़ाइयां अंबिए कदो दा फेरा
अखां न प्यासियाँ अंबिए कदो दा फेरा

तेरे ही बाजों माए जग लगे टांवा टांवा
प्यार दिया पींगां दस मैं किदरे चढावां
ना चाची ताइयाँ अंबिए कदो दा फेरा
अखां न प्यासियाँ अंबिए कदो दा फेरा

सुखविन्द्र दे मन च छायी बड़ी उदासी
बापू वी तेरे बिन किसे पासे दा न वासी
दूर रैहन मासिया अंबिए कदो दा फेरा
अखां न प्यासियाँ अंबिए कदो दा फेरा

रूहां न उदासियाँ अंबिए कदो दा फेरा
अखां न प्यासियाँ अंबिए कदो दा फेरा
*****************************
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)

1 Like · 339 Views
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