अंधेरों से कह दो की भटकाया न करें हमें।
अंधेरों से कह दो की भटकाया न करें हमें।
निकल कर किसी सूरज की तरह अस्तित्व मिटा देंगे उनका कभी हम।
अंधेरों में उतनी कालिख नही है।
जो बहते हुए समंदर को आगोश में लें ले।
RJ Anand Prajapati
अंधेरों से कह दो की भटकाया न करें हमें।
निकल कर किसी सूरज की तरह अस्तित्व मिटा देंगे उनका कभी हम।
अंधेरों में उतनी कालिख नही है।
जो बहते हुए समंदर को आगोश में लें ले।
RJ Anand Prajapati