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23 Apr 2019 · 1 min read

अंधेरे को अपना दोस्त बना लिया

मैंने अकेलापन को दोस्त मान लिया था,
अंधेरे को जीने का सहारा बना लिया था,
मै खास नहीं था फिर भी तूने खास बनाया,
मोहब्बत को मेरे सांसो का अहसास बनाया,
तुम्हे तो अपने बुरे समय निकालना था,
प्यार का छदम खेल रचाना था,
चलो तुमने अपना काम बखूबी किया,
हमें धूल खुद को खुद के नज़रों में खुदा किया,
तूने फिर से खेल रचाया है बस इंसान कोई और है,
हमने फिर से अंधेरे को अपना दोस्त मान लिया!!!

Language: Hindi
1 Like · 389 Views
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