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20 Apr 2024 · 1 min read

अंधभक्तों से थोड़ा बहुत तो सहानुभूति रखिए!

अंधभक्तों से थोड़ा बहुत तो सहानुभूति रखिए!
हम और आप तो केवल मंहगा ही खा रहे हैं,
लेकिन वे बेचारे तो मंहगाई के साथ-साथ गालियां भी खा रहे हैं।

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