अंधकार मिट जाएगा
अंधकार मिट जाएगा
मिलजुल कर सब काम करें तो, लक्ष्य सरल हो जाएगा
कोटि दीप जब जल जाएंगे, अंधकार मिट जाएगा
अपने घर की साफ सफाई,, हम सब प्रतिदिन करते हैं
अपना कचरा फेंक सड़क पर, उसको गंदा करते हैं
हम बदलें तो सब बदलेंगे, जब ऐसा हो जाएगा
लक्ष्य स्वच्छता का मित्रों तब, स्वयं सिद्ध हो जाएगा.
ये धरती अपना ही घर है, ऐसा हम सब मानें तो
काट रहे हैं डाल वृक्ष की, जिस पर बैठे जानें तो
अपनी अपनी धरती का जब, संरक्षण हो जाएगा
मिट जाएगा सभी प्रदूषण, स्वर्ग यहीं हो जाएगा.
मिलजुल कर सब काम करें तो, लक्ष्य सरल हो जाएगा
कोटि दीप जब जल जाएंगे, अंधकार मिट जाएगा।
श्रीकृष्ण शुक्ल, मुरादाबाद