अंदाज़े मुहब्बत नया होगा
: अंदाज़े मुहब्बत नया होगा
======================
मुहब्बत तुम से है..
..मुहब्बत तुमसे थी।
..मुहब्बत तुमसे होगी..
मगर अंदाज़े मुहब्बत अब जुदा होगा
ना इसमे कोई हिज्र होगा।
ना इस में कोई विसाल होगा
..ना इस्का कोई मौजजा होगा..
…ना इसमे कोई कमाल होगा..
.
ना कोई इसकी आरज़ू होगी।
..ना कोई इस्का ख्वाब होगा।
ना इस का कोई उरूज होगा
..ना इस्का कोई ज़्वाल होगा..
.
: ना इसमे कोई रंज होगा
ना इस्मे कोई मलाल होगा..
. ना इसमे कोई खुमार होगा ..
.ना इस्का कोई ख्याल होगा..
..
मेरी तो रूह में जज़्ब मुहब्बत
..भला मुझे अब और क्या जुरूरत
..ना कोई हजत ना कोई हसरत..
नज़र में आए तो देख लो तुम
खुदा का हर सू जमाल
होगा
… मुहब्बत तुम से है..
..मुहब्बत तुमसे थी..
.मुहब्बत तुमसे होगी।
..मगर अंदाज़े_मुहब्बत अब जुदा होगा..
.शबीना नाज