अंतहीन यात्रा
📖✒️जीवन की पाठशाला 📙🖋️
🙏बोलो मेरे सतगुरु श्री बाबा लाल दयाल जी महाराज की जय 🌹
जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की जिस इंसान से आप बेइंतिहा प्रेम करते हैं -गर वो ही आपको नजरअंदाज करे जिसकी वजह से आपकी आँखें छलक जाएं और दर्द ए दिल पर ये की मजे की बात की वो ही इंसान आपसे पूछे की क्या हुआ और आपको एक झूटी हंसी के साथ कहना पड़े की कुछ नहीं तो उस दर्द का अंदाजा नहीं लगाया जा सकता …,
जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की इश्क़ का एक ही दस्तूर है तेरे लिए जीना तेरे लिए मरना और ये इश्क़ केवल एक प्रेमी प्रेमिका का नहीं -गुरु शिष्य का ,आपका आपकी कर्मस्थली के साथ और हर रिश्ते पर लागू होता है …,
जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की जिंदगी जब वार करने पर आती है तो बिना सम्हलने का मौका दिए एक से एक ,एक पर एक वार करती जाती है ,पिछली चोट से उभरने नई देती और एक नया घाव दे देती है ,जिंदगी यहाँ लोगों के ऐसे ऐसे चेहरे बेनकाब करती है की आपकी रूह तक काँप जाये …,जुबान पर कुछ- ह्रदय में कुछ -आँखों में कुछ और मन में कुछ …,
आखिर में एक ही बात समझ आई की सफलता का एक ही मन्त्र है की पाँव भले ही डगमगा जाएँ पर आत्मविश्वास कभी नहीं डगमगाना चाहिए …!
Affirmations:
36.मैं अनंत जीवन की अंतहीन यात्रा पर हूं…
37.मैं प्रेम में ही सांस लेता हूँ और जीवन के साथ बहता रहता हूँ…
38.सत्य की मेरी अभिव्यक्ति है…
39.मै अपने परिवार को प्रेम करता हूँ…
40.मै अपने माता पिता एवं परिवार के लिए बहुत भावुक हूँ…
बाकी कल ,खतरा अभी टला नहीं है ,दो गई की दूरी और मास्क 😷 है जरूरी ….सावधान रहिये -सतर्क रहिये -निस्वार्थ नेक कर्म कीजिये -अपने इष्ट -सतगुरु को अपने आप को समर्पित कर दीजिये ….!
🙏सुप्रभात 🌹
स्वरचित एवं स्वमौलिक
आपका दिन शुभ हो
विकास शर्मा'”शिवाया”
🔱जयपुर -राजस्थान 🔱