Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 May 2023 · 1 min read

अंकुर

अंकुर
*******
बीज तत्व से जीवन भरा,
प्रस्फुटित हो नव अंकुर बना।
सूर्य किरणों से प्रफुल्लित होकर,
उपवन की शोभा बना।

नित नवीन निखार आए,
मंद पवन हिलोरे झुलाए।
धूप -छांव ने इसको पाला,
तब जाकर पौधा बन पाए।

नव पल्लव फिर मुस्कुराएं
हरियाली का संदेशा फैलाएं।
नन्हा अंकुर वृक्ष बन कर,
धरती को जीवन दे जाए।

फल, फूल, हरियाली छाए,
उपवन को रंगो से सजाए।
जीवन देखो किस तरह से ,
नन्हें बीजों में छुप जाए।

बीज धरा में जब समाए,
धूप ,जल से वह पोषण पाए।
नवजीवन की लेकर आशा,
नव अंकुर प्रस्फुटित हो जाए।

—मनीषा सहाय सुमन

— मनीषा सहाय सुमन

323 Views

You may also like these posts

Sydney Assignment Writers: Why Local Expertise Makes a Difference
Sydney Assignment Writers: Why Local Expertise Makes a Difference
Steve Austin
त्रिपुण्ड सममात्रिक दंडक
त्रिपुण्ड सममात्रिक दंडक
Sushila joshi
चलो माना तुम्हें कष्ट है, वो मस्त है ।
चलो माना तुम्हें कष्ट है, वो मस्त है ।
Dr. Man Mohan Krishna
बेखबर
बेखबर
seema sharma
कभी कभी एक पल
कभी कभी एक पल
Mamta Rani
वसीयत
वसीयत
MEENU SHARMA
चाय की प्याली!
चाय की प्याली!
कविता झा ‘गीत’
रंगोली
रंगोली
Neelam Sharma
कुंडलिया. . .
कुंडलिया. . .
sushil sarna
उद्गगार
उद्गगार
Jai Prakash Srivastav
घृणा के बारे में / मुसाफ़िर बैठा
घृणा के बारे में / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
ज़िम्मेदार ठहराया गया है मुझको,
ज़िम्मेदार ठहराया गया है मुझको,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
4883.*पूर्णिका*
4883.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*प्रेम का डाकिया*
*प्रेम का डाकिया*
Shashank Mishra
क्यों बनना गांधारी?
क्यों बनना गांधारी?
Dr. Kishan tandon kranti
नारी के चरित्र पर
नारी के चरित्र पर
Dr fauzia Naseem shad
*युद्ध सभी को अपने-अपने, युग के लड़ने ही पड़ते हैं (राधेश्या
*युद्ध सभी को अपने-अपने, युग के लड़ने ही पड़ते हैं (राधेश्या
Ravi Prakash
उम्र
उम्र
धर्मेंद्र अरोड़ा मुसाफ़िर
श्री गणेश वंदना:
श्री गणेश वंदना:
जगदीश शर्मा सहज
अनुभवों संग पक्षाघात बना वरदान
अनुभवों संग पक्षाघात बना वरदान
Sudhir srivastava
किसी से लड़ के छोडूँगा न ही अब डर के छोड़ूँगा
किसी से लड़ के छोडूँगा न ही अब डर के छोड़ूँगा
अंसार एटवी
👌सांझ का दोहा👌
👌सांझ का दोहा👌
*प्रणय*
प्रेम है तो जता दो
प्रेम है तो जता दो
Sonam Puneet Dubey
मैने वक्त को कहा
मैने वक्त को कहा
हिमांशु Kulshrestha
डॉ0 रामबली मिश्र के काव्य का भविष्य
डॉ0 रामबली मिश्र के काव्य का भविष्य
Rambali Mishra
- वो मिल जाए तो फिर तलाश खत्म -
- वो मिल जाए तो फिर तलाश खत्म -
bharat gehlot
यूं तो हमेशा से ही
यूं तो हमेशा से ही
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
नव वर्ष
नव वर्ष
Ayushi Verma
बदली मन की भावना, बदली है  मनुहार।
बदली मन की भावना, बदली है मनुहार।
Arvind trivedi
*साम्ब षट्पदी---*
*साम्ब षट्पदी---*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
Loading...