Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 May 2023 · 1 min read

جستجو ءے عیش

-جستجو ءے عیش میں جو مبتلا ہر شہر ہو گیا
-اس چھوٹی سی زندگی میں پریشاں ہر بشر ہو گیا

-آنکھیں خواب دیکھتی ہیں زمیں پے جنّت بسانے کی
-پر خود کی حکمتوں سے خواب بے اثر ہو گیا

-تکنیک ہی محنت کرتی ہے ہمیں سکون دینے کی
اور ہمارے جسم سے پسینہ مختصر ہوگیا -ا

-کیا کچھ نہیں دیا اس جدید زمانے نے ہم کو
-پھر بھی اس زندگی پے قدرت کا قہر ہو گیا

-ہماری عمر کو تلاش ہے کسی آب حیات کی
پر آفسوس ! موت زندگی کا ہہم سفر ہو گیا -ا

محمّد احتشام احمد
انڈال
مغربی بنگال

Language: Urdu
236 Views
Books from Ahtesham Ahmad
View all

You may also like these posts

महिलाओं का नेतृत्व और शासन सत्ता की बागडोर
महिलाओं का नेतृत्व और शासन सत्ता की बागडोर
Sudhir srivastava
*तुम अगर साथ होते*
*तुम अगर साथ होते*
Shashi kala vyas
जिंदगी का भरोसा कहां
जिंदगी का भरोसा कहां
Surinder blackpen
बात जाति की हैं
बात जाति की हैं
रवि कुमार सैनी 'यावि'
ढूंढ रहा हूं घट घट उसको
ढूंढ रहा हूं घट घट उसको
अटल मुरादाबादी(ओज व व्यंग्य )
"होशियार "
Dr. Kishan tandon kranti
2529.पूर्णिका
2529.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
मैं अंतिम स्नान में मेरे।
मैं अंतिम स्नान में मेरे।
Kumar Kalhans
भाग्य निर्माता
भाग्य निर्माता
Shashi Mahajan
New88.co.uk là đại lý chính thức của nhà cái new88. Trang we
New88.co.uk là đại lý chính thức của nhà cái new88. Trang we
new88couk
सरस्वती माँ ज्ञान का, सबको देना दान ।
सरस्वती माँ ज्ञान का, सबको देना दान ।
जगदीश शर्मा सहज
जाति-मजहब और देश
जाति-मजहब और देश
आकाश महेशपुरी
I met myself in a weed-flower field,
I met myself in a weed-flower field,
Manisha Manjari
अनमोल मोती
अनमोल मोती
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
■ मनोरोग का क्या उपचार...?
■ मनोरोग का क्या उपचार...?
*प्रणय*
कभी गुज़र न सका जो गुज़र गया मुझमें
कभी गुज़र न सका जो गुज़र गया मुझमें
Shweta Soni
विवाह समारोहों में सूक्ष्मता से की गई रिसर्च का रिज़ल्ट*
विवाह समारोहों में सूक्ष्मता से की गई रिसर्च का रिज़ल्ट*
Rituraj shivem verma
*जग में होता मान उसी का, पैसा जिसके पास है (हिंदी गजल)*
*जग में होता मान उसी का, पैसा जिसके पास है (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
हनुमान वंदना त्रिभंगी छंद
हनुमान वंदना त्रिभंगी छंद
guru saxena
मची हुई संसार में,न्यू ईयर की धूम
मची हुई संसार में,न्यू ईयर की धूम
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
अबकी बार निपटा दो,
अबकी बार निपटा दो,
शेखर सिंह
जीवन रंगमंच
जीवन रंगमंच
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
मीडिया, सोशल मीडिया से दूरी
मीडिया, सोशल मीडिया से दूरी
Sonam Puneet Dubey
लोगों के साथ सामंजस्य स्थापित करना भी एक विशेष कला है,जो आपक
लोगों के साथ सामंजस्य स्थापित करना भी एक विशेष कला है,जो आपक
Paras Nath Jha
मेरा भारत देश
मेरा भारत देश
Shriyansh Gupta
शब्द
शब्द
Sangeeta Beniwal
आप मुझको
आप मुझको
Dr fauzia Naseem shad
आप थोड़ा-थोड़ा ही काम करें...
आप थोड़ा-थोड़ा ही काम करें...
Ajit Kumar "Karn"
पेड़ और नदी की गश्त
पेड़ और नदी की गश्त
Anil Kumar Mishra
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
Loading...