Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Jun 2024 · 1 min read

اور کیا چاہے

تجھ سے بس تیرا ہی پتا چاہے
زندگی تجھ سے اور کیا چاہے

فوزي

Language: Urdu
2 Likes · 104 Views
Books from Dr fauzia Naseem shad
View all

You may also like these posts

वीर बाल दिवस
वीर बाल दिवस
ललकार भारद्वाज
जाने बचपन
जाने बचपन
Punam Pande
■ फूट गए मुंह सारों के। किनारा कर रहे हैं नपुंसक। निंदा का स
■ फूट गए मुंह सारों के। किनारा कर रहे हैं नपुंसक। निंदा का स
*प्रणय*
उजला अन्धकार ...
उजला अन्धकार ...
sushil sarna
देव दीपावली
देव दीपावली
Vedha Singh
गौरव से खिलवाड़
गौरव से खिलवाड़
RAMESH SHARMA
बुंदेली दोहा-पखा (दाढ़ी के लंबे बाल)
बुंदेली दोहा-पखा (दाढ़ी के लंबे बाल)
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
हरितालिका तीज
हरितालिका तीज
Mukesh Kumar Sonkar
तुमको वो पा लेगा इतनी आसानी से
तुमको वो पा लेगा इतनी आसानी से
Keshav kishor Kumar
माँ में मिला गुरुत्व ही सांसों के अनंत विस्तार के व्यापक स्त
माँ में मिला गुरुत्व ही सांसों के अनंत विस्तार के व्यापक स्त
©️ दामिनी नारायण सिंह
17. *मायका*
17. *मायका*
Dr .Shweta sood 'Madhu'
तेरी आंखों में देखा तो पता चला...
तेरी आंखों में देखा तो पता चला...
Sunil Suman
लोगो का व्यवहार
लोगो का व्यवहार
Ranjeet kumar patre
एक चाय तो पी जाओ
एक चाय तो पी जाओ
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
आनंद से जियो और आनंद से जीने दो.
आनंद से जियो और आनंद से जीने दो.
Piyush Goel
इंतजार
इंतजार
शिवम राव मणि
खुद में भी एटीट्यूड होना जरूरी है साथियों
खुद में भी एटीट्यूड होना जरूरी है साथियों
शेखर सिंह
इतिहास ख़ुद को बार बार दोहराता है
इतिहास ख़ुद को बार बार दोहराता है
Sonam Puneet Dubey
जुदा नहीं होना
जुदा नहीं होना
Dr fauzia Naseem shad
अलर्ट
अलर्ट
Dr. Kishan tandon kranti
भगवता
भगवता
Mahender Singh
जख्मो से भी हमारा रिश्ता इस तरह पुराना था
जख्मो से भी हमारा रिश्ता इस तरह पुराना था
डॉ. दीपक बवेजा
*तन पर करिएगा नहीं, थोड़ा भी अभिमान( नौ दोहे )*
*तन पर करिएगा नहीं, थोड़ा भी अभिमान( नौ दोहे )*
Ravi Prakash
परिवर्तन ही स्थिर है
परिवर्तन ही स्थिर है
Abhishek Paswan
मुकाम
मुकाम
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
-दीवाली मनाएंगे
-दीवाली मनाएंगे
Seema gupta,Alwar
3266.*पूर्णिका*
3266.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
जुझअ ता गरीबी से बिहार
जुझअ ता गरीबी से बिहार
Shekhar Chandra Mitra
क्या मालूम तुझे मेरे हिस्से में तेरा ही प्यार है,
क्या मालूम तुझे मेरे हिस्से में तेरा ही प्यार है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
भगवान ने कहा-“हम नहीं मनुष्य के कर्म बोलेंगे“
भगवान ने कहा-“हम नहीं मनुष्य के कर्म बोलेंगे“
कवि रमेशराज
Loading...