Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Sep 2016 · 1 min read

ख़त

************
“हुई दस्तक दरारों से,निकलकर इंतजार आया,
खुली है खिड़कियाँ देखो,किसी अपने का तार आया।”
———————
“लिफाफा बंद जैसी बेपता सी जिन्दगी ये थी,
वो कुछ लफ्जों में भर मुस्कान,ले खुशियां हज़ार आया।

Language: Hindi
344 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

जिंदगी मौत तक जाने का एक कांटो भरा सफ़र है
जिंदगी मौत तक जाने का एक कांटो भरा सफ़र है
Rekha khichi
मैं पतंग तू मांजा...
मैं पतंग तू मांजा...
Manisha Wandhare
मैं बंजर हूं
मैं बंजर हूं
लक्की सिंह चौहान
बारिश का मौसम
बारिश का मौसम
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
हसीन चेहरे पर बहकने वाले को क्या ख़बर
हसीन चेहरे पर बहकने वाले को क्या ख़बर
पूर्वार्थ
ऐ जिंदगी
ऐ जिंदगी
Shriyansh Gupta
2741. *पूर्णिका*
2741. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
हुआ जो मिलन, बाद मुद्दत्तों के, हम बिखर गए,
हुआ जो मिलन, बाद मुद्दत्तों के, हम बिखर गए,
डी. के. निवातिया
दो घूंट
दो घूंट
संजय कुमार संजू
अपना रस्ता खुद बना सको
अपना रस्ता खुद बना सको
rubichetanshukla 781
मैं
मैं
Vivek saswat Shukla
मुझ जैसे शख़्स को दिल दे बैठी हो,
मुझ जैसे शख़्स को दिल दे बैठी हो,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
*दिनचर्या*
*दिनचर्या*
संतोष सोनी 'तोषी'
कविता
कविता
Rambali Mishra
मतलब की इस दुनिया में वह पिता ही तो है, जो औलाद को बेमतलब प्
मतलब की इस दुनिया में वह पिता ही तो है, जो औलाद को बेमतलब प्
Ranjeet kumar patre
नौ वर्ष(नव वर्ष)
नौ वर्ष(नव वर्ष)
Satish Srijan
राखी की यह डोर।
राखी की यह डोर।
Anil Mishra Prahari
"वो शब्द क्या"
Dr. Kishan tandon kranti
जे जनमल बा मरि जाई
जे जनमल बा मरि जाई
अवध किशोर 'अवधू'
मन तो मन है
मन तो मन है
Pratibha Pandey
काश यह मन एक अबाबील होता
काश यह मन एक अबाबील होता
Atul "Krishn"
"मुस्कुराते हुए ही जिऊंगा"
Ajit Kumar "Karn"
दोहे- चार क़दम
दोहे- चार क़दम
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
*हौसला ही काम आएगा*
*हौसला ही काम आएगा*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
सजी सारी अवध नगरी , सभी के मन लुभाए हैं
सजी सारी अवध नगरी , सभी के मन लुभाए हैं
Rita Singh
बसुधा ने तिरंगा फहराया ।
बसुधा ने तिरंगा फहराया ।
Kuldeep mishra (KD)
शैतान का मजहब
शैतान का मजहब
राकेश पाठक कठारा
हिन्दी भाषा
हिन्दी भाषा
Ayushi Verma
थोड़ी थोड़ी शायर सी:)
थोड़ी थोड़ी शायर सी:)
©️ दामिनी नारायण सिंह
किसी भी हाल में ये दिलक़शी नहीं होगी,,,,
किसी भी हाल में ये दिलक़शी नहीं होगी,,,,
Shweta Soni
Loading...